ईशान खट्टर स्टारर फिल्म पिप्पा के ट्रेलर के बाद फिल्म का पहला गाना ‘रैम्पेज रैप’ रिलीज हो गया है। पिप्पा के इस गाने का साउंड ट्रैक असाधारण रूप से दिल को छू लेने वाला है। ‘रैम्पेज रैप’ गाने के म्यूजिक के अलावा विडियो की झलक भी लीक से हटकर है।
अमेज़न प्राइम विडियो पर रिलीज हुए इस गाने ने अभी से लोगों को दीवाना बना दिया है। फ़ौजियों पर आधारित होने के कारण गाने में ऊर्जा के हाइ लेवल को महसूस किया जा सकता है।
पिप्पा के गाने को ऑस्कर अवार्ड विनर संगीतकार ए. आर. रहमान ने सुरों से सजाया है। रहमान के संगीत निर्देशन में गाने का म्यूजिक फिल्म की थीम के साथ एकदम सटीक लग रहा है। प्राइम वीडियो की फिल्म ‘पिप्पा’ में ईशान खट्टर और मृणाल ठाकुर मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के ट्रेलर को पहले से ही पॉज़िटिव फीडबैक मिल रहे हैं।
बलराम सिंह मेहता के रोल में हैं ईशान खट्टर
गाने में ईशान खट्टर 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के जाबांज कैप्टन बलराम सिंह मेहता के रूप में नजर आ रहे हैं। राजा कृष्ण मेनन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में मृणाल ठाकुर, प्रियान्शु पेन्यूली और सोनी राज़दान मुख्य किरदार में दिख रहे हैं। पिप्पा 10 नवम्बर को प्राइम विडियो पर रिलीज होगी।
देशभक्ति से भरा ‘रैम्पेज रैप’ गाना एमसी हेम द्वारा लिखा गया है और एमसी हेम और क्रिस्टल द्वारा गाया गया है। यह गाना देशभक्ति की भावना पैदा करने की प्रेरणा से बनाया गया है।
पिप्पा के गाने ‘रैम्पेज रैप’ बारे में बात करते हुए, ए.आर. रहमान ने बताया कि यह परंपरा के साथ एक मजबूत संबंध बनाए रखते हुए फिल्म की थीम के प्रति वफादार रहते हुए रैप की जीवंत ऊर्जा को दर्शाने का एक प्रयास है।
“द बर्निंग चैफ़ीज़” पुस्तक पर आधारित है ‘पिप्पा’
प्राइम विडियो पर जल्द ही रिलीज़ होने वाली फिल्म, पिप्पा, “द बर्निंग चैफ़ीज़” पुस्तक पर आधारित है। इस किताब में 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में हुए गरीबपुर युद्ध का विवरण है। पिप्पा फिल्म के मेकर्स ने पिछले साल 15 अगस्त के मौके पर फिल्म का टीजर जारी किया था। तब से लेकर फैंस बेसबरी से फिल्म की अपडेट का इंतज़ार कर रहे थे।
पिप्पा एक वार फिल्म है जो 1971 के युद्ध में 45वें कैवलरी टैंक स्क्वाड्रन के एक दिग्गज ब्रिगेडियर बलराम सिंह मेहता की बहादुरी पर आधारित है। फिल्म पूरी तरह से ब्रिगेडियर द्वारा लिखी गई किताब “द बर्निंग चैफ़ीज़” पर बनाई गई है। फिल्म में 12 दिनों तक चले गरीबपुर की लड़ाई देखने को मिलेगी। इस लड़ाई ने बांग्लादेश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
‘द बर्निंग चैफ़ीज़’ का मतलब पाकिस्तानी सेना के एम-24 चैफ़ी टैंकों से है, जो भारतीय सेना के पीटी-76 एम्फीबियस टैंकों से घटिया थे। पीटी-76 एम्फीबियस टैंकों को फिल्म में ‘पिप्पा’ के नाम से पुकारा गया है।